भारत की चावल निर्यात क्षमता को बढ़ावा देने के लिए ’लाल चावल’ की पहली खेप को 4 मार्च 2021 को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना कर दिया गया।
- आयरन से भरपूर ‘लाल चावल’ असम की ब्रह्मपुत्र घाटी में किसी भी रासायनिक उर्वरक के इस्तेमाल के बिना उगाया जाता है।
- चावल की इस किस्म को ‘बाओ-धान’ कहा जाता है, जो कि असमिया भोजन का एक अभिन्न अंग है।
- लाल चावल का निर्यात प्रमुख चावल निर्यातक – एलटी फूड्स द्वारा किया जा रहा है।
- निर्यात किये गए लाल चावल की इस खेप को एपीडा (एपीईडीए) के अध्यक्ष डॉ एम अंगमुथु ने हरियाणा के सोनीपत से अमेरिका के लिए रवाना किया।
- इन ‘लाल चावल’ के निर्यात में वृद्धि होने के साथ ही इससे ब्रह्मपुत्र के बाढ़ वाले मैदानी इलाकों के किसान परिवारों की आय में बढ़ोत्तरी होगी।