आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (एमओएचयूए) ने 17 फ़रवरी को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लाभार्थियों के अनुभव को साझा करने के लिए ‘लाभार्थियों से रूबरू’ पहल आयोजित किया था।
- यह कार्यक्रम लाभार्थियों के साथ सीधे बातचीत करके मिशन के अंतर्गत परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी के लिए शुरू किया गया है। आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में ‘लाभार्थियों से रूबरू’ कार्यक्रम की योजना बनाई गई है। सितंबर 2021 में मंत्रालय द्वारा पहल शुरू की गई थी। यह विभिन्न राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के लाभार्थियों के साथ मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम का 22 वां संस्करण था।
- पहल का संक्षिप्त उद्देश्य परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी करना, लाभार्थियों के साथ सीधे बातचीत करके सक्षम प्रशासन और पारदर्शिता लाने, घरों के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए एमओएचयूए और संबंधित राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के लिए अपने-अपने शहरों में एक मंच की सुविधा तैयार करना और सबसे महत्वपूर्ण बात, लाभार्थियों के बीच समावेश की भावना पैदा करना है।
- घर का मालिकाना हक किसी भी व्यक्ति की सामाजिक और आर्थिक भलाई और गरिमा का प्राथमिक संकेतक है। इस तथ्य को स्वीकार करते हुए, मिशन घर के स्वामित्व को सुनिश्चित करके महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन दे रहा है। पीएमएवाई(यू) के अंतर्गत हर घर की सुरक्षा, संरक्षा सुनिश्चित की जाती है, साथ ही शौचालय, बिजली, रसोई और पानी के कनेक्शन जैसी बुनियादी नागरिक सुविधाओं की पहुंच भी सुनिश्चित की जाती है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)
- पीएमएवाई(यू) योजना (PMAY-U) अपने कार्यान्वयन के सातवें वर्ष में है। मंत्रालय ने अब तक 112 लाख आवासों की संभावित मांग के मुकाबले 114.04 लाख आवास स्वीकृत किए हैं; जिनमें से 93.25 लाख घरों का निर्माण कार्य जारी है और 54.78 लाख से अधिक मकानों को पूरा कर लिया गया है और लाभार्थियों को वितरित कर दिए गए हैं।