मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने सेमीफाइनल में तुर्की की विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली से हारने के बाद 69 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता। यह टोक्यो ओलंपिक में देश का तीसरा पदक है।
इससे पहले पी वी सिंधु ने बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता था जबकि मीरा बाई चानू ने भारोत्तोलन में रजत पदक जीता था।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर और देश के कोने-कोने से लोगों ने लवलीना बोरगोहेन को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी।
लवलीना का जन्म दो अक्टूबर 1997 को हुआ था और वह असम के गोलाघाट जिले की रहने वाली हैं। उनके पिता टिकेन एक छोटे स्तर के व्यवसायी हैं और अपनी बेटी की महत्वाकांक्षा का समर्थन करने के लिए उन्हें वित्तीय संघर्ष करना पड़ा।
टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए क्वालीफाई करने के बाद, वह असम के इतिहास में, ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली महिला बनीं।