महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू करने के उद्देश्य से मंत्रालय की सभी प्रमुख योजनाओं और कार्यक्रमों को मंत्रालय की तीन प्रमुख योजनाओं – मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति के अंतर्गत श्रेणीबद्ध किया गया है ।
इन तीन छत्रक योजनाओं के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की मांग संख्या 100के अंतर्गत वर्ष 2021 -22 के बजट में निम्न लिखित आबंटन किए गए है:
क्रम संख्या | अम्ब्रेला योजना | शामिल की गई योजना | बजट 2021-22 में आबंटन(करोड़ रुपयों में ) |
1. | सक्षम आंगनवाडी एवं पोषण 2.0 | छत्रक (अम्ब्रेला ) आईसीडीएस-आंगनवाडी सेवाएं ,पोषण अभियान, किशोरियों के लिए योजनाएं, राष्ट्रीय शिशुगृह (क्रेच) योजना | 20,105.00 |
2. | मिशन वात्सल्य | बाल संरक्षण सेवाएं और बाल कल्याण योजनाएं | 900.00 |
3. | मिशन शक्ति (महिलाओं के संरक्षण और सशक्तिकरण के लिए मिशन) | संबल (एक ठहराव केंद्र,महिला पुलिस स्वयंसेवक, महिला हेल्पलाइन/स्वाधार/उज्ज्वला /विधवा आश्रय स्थल इत्यादि) सामर्थ्य (बेटीबचाओ, बेटी पढाओ, क्रेच, प्रधान मंत्री मातृ वन्दना योजना/ लैंगिकबजट बनाना/ शोध | 3,109 |
- मिशन शक्ति महिला और बाल विकास की अन्य छत्रक (अम्ब्रेला) योजनाओं (जैसे मिशन पोषण 2.0 : मिशन वात्सल्य : और मिशन सक्षम –आंगनवाडी (जिसमें राष्टीय स्तर से पंचायत स्तर तक एक समान जानकारी सहित प्रशासनिक आधार शामिल है) के समावेशन के साथ चलाया जाएगा I
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या में लगभग 67.7 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं ।
- भोजन में पोषक तत्वों की मात्र और बढाए जाने, उनके वितरण, उन तक पहुँच और सकारात्मक परिणामों के लिए सरकार पूरक पोषण कार्यक्रम और पोषण अभियान का आपस में विलय करके मिशन पोषण 2.0 शुरू करेगीI महिला और बाल विकास विभाग ने बच्चों की सुरक्षा और देखरेख सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैंI मिशन वात्सल्य इन प्रयासों की भविष्य में भी निरंतरता को सुनिश्चित करेगाI