प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) की एक विशेष बैठक में एमएसएमई (MSME Definition) की ऊपरी सीमा को संशोधित करने तथा एमएसएमई के लिए शेष दो पैकेज (क) संकटग्रस्त एमएसएमई के लिए 20,000 करोड़ रुपये का पैकेज और (ख) फंड ऑफ फंड्स के माध्यम से 50,000 करोड़ रुपये की पूंजी लगाने के तौर-तरीकों और रोडमैप को स्वीकृति दी गयी। संकटग्रस्त एमएसएमई को सहायक कर्ज के रूप में पूंजी सहायता उपलब्ध कराने के लिए 20,000 करोड़ रुपये के प्रावधान को स्वीकृति दी गई है। इससे संकट में फंसे 2 लाख एमएसएमई को मदद मिलेगी।
एमएसएमई की संशोधित परिभाषा
एमएसएमई (MSME)
- एमएसएमई के नाम से पुकारे जाने वाले सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।
- देश के विभिन्न क्षेत्रों में खामोशी से परिचालन करने वाले 6 करोड़ से ज्यादा एमएसएमई मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाते रहे हैं।
- ये छोटे आर्थिक इंजन 29 प्रतिशत अंशदान के साथ देश के जीडीपी पर अहम प्रभाव डालते हैं।
- वे देश के निर्यात में लगभग आधा योगदान करते हैं।
- इसके अलावा एमएसएमई क्षेत्र में 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला हुआ है।