भारत का पहला व्यावसायिक-स्तरीय बायोमास आधारित हाइड्रोजन संयंत्र मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थापित किया रहा है।
- यह संयंत्र 30 टन बायोमास फीडस्टॉक से प्रतिदिन एक टन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा।
- यह बायोचार और मीथेन का भी उत्पादन करेगा। संयंत्र को 24 करोड़ रुपये के निवेश के साथ वाटोमो एनर्जी लिमिटेड और बीज़ल ग्रीन एनर्जी के संयुक्त उद्यम द्वारा लगाया जा रहा है।
- वाटोमो एनर्जीज उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में स्थित है और बीज़ल ग्रीन आईआईटी बीएचयू में पढ़ने वाले प्रो प्रीतम सिंह द्वारा प्रवर्तित एक कंपनी है।
- बीज़ल ग्रीन, जो कि प्रौद्योगिकी भागीदार है, के पास ‘थर्मली एक्सेलरेटेड एनारोबिक डाइजेस्टन’ (thermally accelerated anerobic digestion-VAD) रिएक्टर’ की तकनीक है जो बायोमास से हाइड्रोजन, मीथेन और बायोचार का उत्पादन कर सकता है।