आईआरसीटीसी की तीर्थयात्री विशेष रेलगाड़ी के रामायण सर्किट में तेलंगाना के भद्राचलम को जोड़ा गया है।
- भगवान राम के भक्तों का मानना है कि देवी सीता और लक्ष्मण के साथ भगवान राम ने अपने वनवास के करीब 10 साल पंचवटी में बिताए थे जो कि आधुनिक समय में भद्राचलम के आसपास के क्षेत्र में स्थित है।
- अयोध्या के साथ तेलंगाना में भद्राचलम, परनाशाला, जटायुपाका, दुम्मुगुडेम और गुनाडाला राम के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं।”
- केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने रामायण सर्किट रेलगाड़ी के सफल शुभारंभ के लिए रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी को बधाई दी है। यह रेलगाड़ी नई दिल्ली से रामेश्वरम के लिए शुरू होगी और भगवान श्री राम के जीवनकाल से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर रुकेगी।
- भद्राचलम का सीतारामस्वामी मंदिर पूरी दुनिया में जाना जाता है। रामुलावरी मंदिर के पूजा स्थल का इतिहास, सर्वविदित है। उगादी से पहले रामनवमी तक इस मंदिर में आयोजित त्योहार बहुत लोकप्रिय हैं और सीता राम कल्याणम एक आनंदमयी घटना है।
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