अप्रैल 2020 के पहले सप्ताह में गुजरात में आयोजित होने वाले माधवपुर मेले में पूर्वोत्तर के 8 राज्य भाग लेंगे। पोरबंदर जिले के माधवपुर घेड में यह वार्षिक मेला आयोजित किया जाता है और इस वर्ष यह रामनवमी उत्सव के एक दिन बाद 2 अप्रैल से शुरू होगा।
माधवपुर मेले के प्रचार के लिए 1 मार्च 2020 से मल्टीमीडिया अभियान चलाया जाएगा। यह आयोजन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरु किए गए एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत गुजरात और पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनेगा।
माधवपुर मेले का संबंध अरुणाचल प्रदेश के मिशमी जनजाति से है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का विवाह मिशमी जनजाति के राजा भिष्मक की पुत्री रूक्मणि के साथ हुआ था। यह मेला भगवान श्रीकृष्ण और रूक्मणि के विवाह के प्रतीके के रूप में मनाया जाता है। इसका वर्णन कलिका पुराण में पाया जाता है। सप्ताह भर चलने वाले इस आयोजन में पूर्वोत्तर और गुजरात की कला, संगीत,कविता और लोकनृत्यों की अनुपम छटा देखने को मिलेगी।