क्याः अग्नि-5 परीक्षण
कहांः अब्दुल कलाम द्वीप, ओडिशा
कबः 03 जून, 2018
- भारत ने ओडिशा के अब्दुल कलाम द्वीप (पूर्ववर्ती व्हीलर द्वीप) से 03 जून, 2018 को देश में ही निर्मित परमाणु क्षमता युक्त अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया।
- 17 मीटर लंबी यह मिसाइल अपने साथ 1.5 टन का परमाणु युद्धास्त्र ले जा सकती है।
- अग्नि-5 मिसाइल का यह छठा परीक्षण था। इसका पहला परीक्षण 9 अप्रैल, 2012 को हुआ था। दूसरा व तीसरा परीक्षण क्रमशः 2013 व 2015 में हुआ, चौथा परीक्षण 26 दिसंबर, 2017 को हुआ। पांचवां परीक्षण 18 जनवरी, 2018 को को हुआ था।
- जमीन से जमीन पर मार करने वाली इस मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किलोमीटर है।
यह मिसाइल परमाणु क्षमता से युक्त है। - इस मिसाइल की मारक दूरी में चीन सहित संपूर्ण एशिया तथा अफ्रीका व यूरोप के कुछ हिस्सा शामिल है।
- यह मिसाइल रिंग लेजर गायरो आधारित इनर्शियल नैविगेशन सिस्टम (Ring Laser Gyro based Inertial Navigation System:RINS) व आधुनिक तथा सटीक माइक्रो नैविगेशन सिस्टम (Micro Navigation System: MINS) ) से युक्त है।
- अग्नि मिसाइलों में यह सर्वाधिक अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से युक्त है।
- इस मिसाइल के परीक्षण के साथ भारत विश्व के उन पांच देशों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गया है जिनके पास आईसीबीएम यानी अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। ये पांच देश हैं; यूएसए, ब्रिटेन, रूस, चीन व फ्रांस।
अग्नि-5 मिसाइल की प्रमुख विशेषताएं
- मिसाइल का नामः अग्नि-5
- प्रकृतिः अंतरमहाद्वीपीय (इंटनकंटीनेंटल)
- स्वरूपः जमीन से जमीन पर मार करने वाली
- मारक क्षमताः 5000 किलोमीटर
- परीक्षण तिथिः 18 जनवरी, 2018
- परीक्षण स्थलः अब्दुल कलाम द्वीप ओडिशा
अग्नि श्रृंखला की अन्य मिसाइल
- मिसाइल मारक क्षमता
- अग्नि-1 700 किलोमीटर
- अग्नि-2 2000 किलोमीटर
- अग्नि-3 3000 किलोमीटर
- अग्नि-4 4000 किलोमीटर
- अग्नि-5 5000 किलोमीटर