केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि बांस की टोकरी, बांस के चारकोल एवं अगरबत्ती निर्माण के लिए जम्मू, कटरा एवं सांबा क्षेत्रों में बांस के क्लस्टर विकसित किए जाएंगे जो लगभग 25,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे।
इसके अतिरिक्त, जम्मू के निकट घाटी में एक मेगा बांस औद्योगिक पार्क तथा बांस प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना भी जम्मू एवं कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन द्वारा भूमि के आवंटन के दो वर्षों के भीतर क्षेत्र में कर दी जाएगी।
जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्वाख में बांस के बड़े भंडार फैले हुए हैं जिनकी अभी तक खोज नहीं की गई है और इनका उपयोग नहीं किया गया है।