जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले जनजातीय लोगों को समर्पित 9 ‘जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालय’ (Tribal Freedom Fighters’ Museums) विकसित कर रहा है।
ऐसा 15 अगस्त 2016 को प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालय स्थापित करने की घोषणा के अनुपालन में किया जा रहा है।
सभी संग्रहालयों में वर्चुअल रियल्टी (वीआर), ऑगमेंटेड रियल्टी (एआर), 3 डी / 7 डी होलोग्राफिक प्रोजेक्शनों जैसी प्रौद्योगिकियों का भरपूर उपयोग होगा।
स्वीकृति दिए गए 9 स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालयों में से 2 संग्रहालयों का निर्माण कार्य पूरा होने वाला है और शेष बचे 7 संग्रहालय कार्य प्रगति के विभिन्न चरणों में है। अनुमान है कि 2022 के अंत तक सभी संग्रहालय अस्तित्व में आ जाएंगे।
जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालय
गुजरात : राजपिपला
झारखंड: रांची
आंध्र प्रदेश: लांबासिंगी
छत्तीसगढ़: रायपुर
केरल: कोझिकोड
मध्य प्रदेश छिंदवाड़ा
तेलंगाना: हैदराबाद
मणिपुर: सेनापति
मिजोरम: मुलंगो केल्सिह