केंद्र सरकार ने अम्बिकापुर, राजघाट, सूरत, मैसूर, इंदौर और नवी मुंबई को कचरा मुक्त फाइव स्टार शहर घोषित किया है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने 19 मई 2020 को स्टार रेटिंग के आधार पर कचरा मुक्त शहरों की घोषणा की। छह शहरों को फाइव स्टार (five-star garbage free cities) की रेटिंग दी गई है जबकि 65 शहरों को तीन स्टार और 70 शहरों को एक स्टार रेटिंग में रखा गया है।
आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिहं पुरी ने कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग की प्रकिया में भी परिवर्तन की शुरूआत की।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने जनवरी 2008 में शहरों को उच्च स्तर की स्वच्छता बनाये रखने और कचरा मुक्त श्रेणी प्राप्त करने के लिए एक व्यवस्था शुरू की थी। तब से 2014 से शहरी स्वच्छ भारत अभियान ने ठोस कचरा प्रबंधन और स्वच्छता दोनों मामलों में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
चार हजार 324 शहरी स्थानीय निकायों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा चुका है। 66 लाख से ज्यादा घरों में और छह लाख से ज्यादा सामुदायिक और सार्वजनिक स्थलों पर शौचालयों का निर्माण कराया गया है।