प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज (Global Housing Technology Challenge-India : GHTC-India) के अंतर्गत छह राज्यों में छह स्थानों पर, 1 जनवरी 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (Light House Projects: LHPs) की आधारशिला रखी।
- लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (एलएचपी) देश में पहली बार निर्माण क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर नए जमाने की वैकल्पिक वैश्विक प्रौद्योगिकी, सामग्रियों और प्रक्रियाओं का बेहतरीन प्रदर्शन करती हैं।
- इनका निर्माण जीएचटीसी- इंडिया के तहत किया जा रहा है जो आवास निर्माण के क्षेत्र में नवीन तकनीकों को अपनाने के लिए एक समग्र परिवेश तैयार करने की परिकल्पना करता है।
- इन एलएचपी का निर्माण इंदौर (मध्य प्रदेश), राजकोट (गुजरात), चेन्नई (तमिलनाडु), रांची (झारखंड), अगरतला (त्रिपुरा) और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में किया जा रहा है।
- इसमें प्रत्येक स्थान पर संबद्ध बुनियादी ढांचा सुविधाओं के साथ लगभग 1,000 मकानों को शामिल किया गया है।
- ये परियोजनाएं पारंपरिक तौर पर ईंट एवं कंक्रीट वाले निर्माण के मुकाबले कहीं अधिक तेजी से यानी महज बारह महीने के भीतर रहने के लिए तैयार मकानों को प्रदर्शित और वितरित करेंगी। इसके अलावा ये मकान उच्च गुणवत्ता के साथ किफायती और टिकाऊ भी होंगे।
- राज्यों तथा संबंधित स्थानों को एक राष्ट्रीय चुनौती के माध्यम से चुना गया है और अब ये सभी परियोजनाएं निर्माण के लिए तैयार हैं।
- वैश्विक आवासीय प्रौद्योगिकी चुनौती–जीएचटीसी–इंडिया 2019 के तहत चुनी गई 54 तकनीकों में से छह अलग-अलग प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर सभी छह राज्यों में प्रत्येक स्थान पर लगभग 1000 घरों का निर्माण एलएचपी के अंतर्गत किया जाएगा।