भारत सरकार, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार और विश्व बैंक ने 12 फ़रवरी 2021 को टिकाऊ उत्पादन प्रणाली विकसित करने के लिए 10 करोड़ डॉलर की परियोजना पर हस्ताक्षर किए।
- इस परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ के दूरदराज क्षेत्रों में जनजातीय समुदायों को विविधतापूर्ण और पोषण आधारित फसलों का हर साल उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में जहां पर बड़ी जनजातीय आबादी कुपोषित और गरीब है, वहां पर चिराग (छत्तीसगढ़ समावेशी ग्रामीण और त्वरित कृषि विकास परियोजना-CHIRAAG – Chhattisgarh Inclusive Rural and Accelerated Agriculture Growth) परियोजना को लागू किया जाएगा।
- इस परियोजना से छत्तीसगढ़ के 8 जिलोंमें 1000 गांवों के 1.80 लाख परिवार लाभान्वित होंगे।
- चिराग परियोजना, छत्तीसगढ़ में एक विविध और पोषण आधारित भोजन और कृषि प्रणाली की नींव रखेगी।
- इसके जरिए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के छोटे किसानों को नए तरीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। जिससे न केवल वहलाभदायक बाजारों तक पहुंच बना सकेंगे बल्कि उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी।
- इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (आईबीआरडी) से 10 करोड़ डॉलर का कर्ज 17.5 साल के लिए दिया जाएगा, जिसमें 5.5-वर्ष की छूट अवधि भी शामिल है।