चीन की अंतरिक्ष एजेंसी चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (सीएनएसए) के अनुसार उसका तियानवेन-1 (स्वर्ग से सवाल) अंतरिक्षयान का रोवर जुरोंग (Zhurong) मंगल ग्रह पर 15 मई की सुबह उतर गया है।
- रोवर ‘झुरोंग का नाम चीन की पौराणिक कथा में अग्नि और युद्ध के देवता के नाम पर रखा गया है। यह रोवर मंगल ग्रह पर यूटोपिया प्लैनिशिया (Utopia Planitia) में पहले से निर्धारित इलाके में उतरा।
- मंगल ग्रह पर पहुंचने वाले रोवर का वजन करीब 240 किलोग्राम है, उसमें छह पहिए और चार सौर पैनल हैं तथा वह प्रति घंटे 200 मीटर तक घूम सकता है। इसमें छह वैज्ञानिक उपकरण हैं जिनमें बहु-वर्णीय कैमरा, रडार और एक मौसम संबंधी मापक है।
- उल्लेखनीय है कि चीन पहला देश है जिसने एक साथ एक ऑर्बिटर, एक लैंडर और एक रोवर को अंतरिक्ष यान ‘तिआनवेन-1 को मंगल भेजा है। इस यान का प्रक्षेपण 23 जुलाई 2020 को किया गया था।
- उसका रोवर ”नौ मिनट की कठिन यात्रा के बाद मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक उतर गया।
- इसके साथ ही चीन मंगल ग्रह पर रोवर उतारने वाला दुनिया का तीसरा देश बन गया है। अभी तक केवल अमेरिका और सोवियत संघ को मंगल ग्रह पर उतरने में महारत हासिल थी । हालाँकि सोवियत संघ का मार्स-3 मंगल ग्रह पर उतरने के कुछ मिनट बाद ही असफल हो गया था।
- नासा का परसीवरेंस रोवर 18 फरवरी को मंगल ग्रह पर पहुंचा था। इससे पहले अमेरिका, रूस, यूरोपीय संघ, भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात को मंगल ग्रह की कक्षा में अंतरिक्ष यान भेजने में कामयाबी मिल चुकी है।