गोल्डन लंगूर के पर्यावास को अभयारण्य घोषित करने के खिलाफ हैं ग्रामीण

पश्चिमी असम के बोंगाईगांव जिले में निवासियों ने सुनहरे लंगूर यानि गोल्डन लंगूर (Trachypithecus geei) के पर्यावास वाले क्षेत्र को वन्यजीव अभयारण्य के रूप में अपग्रेड करने के राज्य सरकार के एक कदम का विरोध किया है।

  • काकोईजाना रिजर्व फॉरेस्ट (Kakoijana Reserve Forest ) गोल्डन लंगूर के प्रसिद्ध पर्यावासों में से एक है।
  • असम वन विभाग ने जनवरी 2022 में 19.85 वर्ग किमी वन क्षेत्र को काकोईजाना बामुनी हिल वन्यजीव अभयारण्य (Kakoijana Bamuni Hill Wildlife Sanctuary) के रूप में परिवर्तित करने के लिए प्रारंभिक अधिसूचना जारी की थी।
  • ग्रामीणों का कहना है कि वे यहाँ के प्राथमिक हितधारक हैं इसलिए वन्यजीव अभयारण्य के रूप में संरक्षण के पारंपरिक विचार को छोड़ दिया जाए और “वन अधिकार अधिनियम, 2006′ का उपयोग करके आरक्षित वन को एक सामुदायिक वन संसाधन में परिवर्तित कर दिया जाए।

गोल्डन लंगूर

  • गोल्डन लंगूर केवल असम और भूटान में पाया जाता है।
  • यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत अनुसूची- I सूचीबद्ध प्रजाति है।
  • इसे दुनिया के 25 सबसे लुप्तप्राय प्राइमेट्स में सूचीबद्ध किया गया है।

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