भारतीय औषध महानियंत्रक- डीसीजीआई ने स्वदेशी कोविड वैक्सीन कॉर्बेवैक्स के दो क्लीनिकल परीक्षण की मंजूरी दे दी है।
वैक्सीन निर्माता बायोलॉजिकल ई को कुछ शर्तों के तहत 5 से 18 वर्ष के उम्र के बच्चों पर दूसरे और तीसरे चरण के परीक्षण की अनुमति मिली है।
जैव प्रौद्योगिकी विभाग और इसके पीएसयू जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद – BIRAC ने बायोलॉजिकल ई की कोविड-19 वैक्सीन को सहायता उपलब्ध कराई है।
यह सहायता प्रीक्लीनिकल चरण से तीसरे चरण के परीक्षण तक उपलब्ध कराई जाएगी। मिशन कोविड सुरक्षा के तहत वित्तीय सहायता के अतिरिक्त इस वैक्सीन को राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन के जरिए कोविड अनुसंधान कॉनसॉर्टियम के तहत भी आर्थिक मदद मिली है।