हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानी) ने 4 फरवरी, 2021 को बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2021 के दौरान कंपोजिट रॉ मैटेरियल ( composite raw materials. ) के विकास और उत्पादन के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
- यह पहला मौका है जब कंपोजिट रॉ मैटेरियल के लिए इस तरह के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
- कंपोजिट एक ऐसा क्षेत्र है जहां हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) कंपोजिट कच्चे माल में क्षेत्र में सहयोग करेगा, यह मुख्य रूप से लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए), एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच), लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (एलसीएच) और लाइट युटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) जैसे प्लेटफार्मों में प्री-पेग्स के रूप में इस्तेमाल होने वाले मटेरियल हैं जिन्हें वर्तमान में आयात किया जाता है।
- कंपोजिट मटेरियल का उपयोग विशेष रूप से एयरोस्पेस में, विशेषकर लड़ाकू विमान/ हेलीकाप्टर के लिये, मौजूद रहेगा और बढ़ेगा क्योंकि धातु के रॉ मटेरियल की तुलना में इसके अंतर्निहित लाभ हैं।
- इसके अलावा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं (एनएएल) समेत अन्य एयरोस्पेस और रक्षा कार्यक्रमों के लिए भी इसी तरह की ज़रूरत बनी हुई है।