‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले युवाओं को भारतीय रेल यात्रा किराए में 50 प्रतिशत की छूट

भारतीय रेल ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले युवाओं को यात्रा किराए में 50 प्रतिशत की छूट की घोषणा की है ।

  • यह छूट केवल दूसरी श्रेणी/शयनयान के मूल किराए पर मिलेगी। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा करने वाले ऐसे युवा छूट के हकदार होंगे जिनकी कुल मासिक आय 5000 से ज्यादा नहीं है।
  • यात्रा किराये में छूट का प्रावधान केवल सामान्य रेल गाड़ियों के लिए है। विशेष रेल गाड़ियों और विशेष सुविधाओं वाले रेल डिब्बों पर यह लागू नहीं होगा।
  • यात्रा की शुरूआत वाले स्थान से गन्तव्य स्थल तक 300 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा करने वालों को वापसी यात्रा के लिये मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों के दूसरी श्रेणी/शयनयान के एक तरफ के किराये के भुगतान पर भी यह छूट दी जाएगी।
  • यह छूट विभिन्न राज्यों के संबंधित मानव संसाधन विकास विभाग के सचिव द्वारा रेलवे के निर्धारित प्रारूप में जारी प्रमाण पत्र दिखाए पर ही दी जाएगी।
  • इच्छुक प्रतिभागियों को संबंधित रेलवे के अधिकृत अधिकारियों, मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक और मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक आदि के समक्ष यह प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा, जो उन्हें इसके बाद रेल किराये में छूट दिए जाने का आदेश जारी करेगा। इस आदेश के आधार पर संबंधित रेलवे स्टेशन मास्टर किराए में छूट देने की अनुमति देगा।
  • इस छूट का लाभ ऐसे लोग नहीं ले सकेंगे जिनकी यात्रा का खर्च केन्द्र या राज्य सरकारों, स्थानीय वैधानिक निकायों, निगमों या सार्वजनिक उपक्रमों और विश्वविद्यालयों द्वारा वहन किया जाता है।
  • यात्रा किराये में छूट केवल मूल किराये पर लागू होगी। रेल टिकट पर लगने वाले अतिरिक्त प्रभार, आरक्षण शुल्क तथा अन्य ऐसे शुल्कों पर छूट का प्रावधान नहीं है।
  • छूट से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत के लिए संबंधित रेल जोन के प्रमुख वाणिज्यिक प्रबंधक से संपर्क किया जा सकता है।

‘एक भारत श्रेष्‍ठ भारत’

  • 31 अक्‍तूबर 2015 को सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने राष्‍ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर यह घोषणा की थी कि भारत सरकार का ‘एक भारत श्रेष्‍ठ भारत’ नामक एक नई पहल शुरू करने का प्रस्‍ताव है। इस कार्यक्रम का उद्देश्‍य देश के विभिन्‍न भागों में विद्यमान सांस्‍कृतिक संबंध और विभिन्‍न राज्‍यों में रहने वाले लोगों के बीच बातचीत को बढ़ावा देना।

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