कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार ने ऊपरी भद्रा परियोजना (Upper Bhadra Project) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
- राष्ट्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए केंद्रीय जल आयोग की उच्चाधिकार प्राप्त संचालन समिति ने राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
- ऊपरी भद्रा को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिलने से केंद्र से 60 प्रतिशत वित्त पोषण सुनिश्चित हो सकेगा।
ऊपरी भद्रा परियोजना
- इस परियोजना के तहत पहले चरण में तुंगा नदी से भद्रा जलाशय तक 17.40 टीएमसी फीट पानी उठाने और दूसरे चरण में भद्रा जलाशय से 29.90 टीएमसी फीट पानी चित्रदुर्ग, दावणगेरे, तुमकुरु और चिक्कमगलुरु के कुछ हिस्से में सूक्ष्म सिंचाई द्वारा 2,25,515 हेक्टेयर सिंचाई की परिकल्पना की गई है।
- इस परियोजना में 367 टैंकों को भरने के लिए छह टीएमसी फ़ीट पानी की भी परिकल्पना की गई है। वैसे आंध्र प्रदेश ने ऊपरी भद्रा परियोजना (यूबीपी) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने के कर्नाटक के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई थी। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना कर्नाटक की नदियों के पानी का उपयोग करते रहे हैं।
तुंगा नदी
- तुंगा नदी कर्नाटक के चिकमगलूर जिले में गंगामूल नामक स्थान पर वराह पर्वत नामक पहाड़ी पर पश्चिमी घाट से निकलती है। गंगामूल कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान के भीतर स्थित है।
- तुंगा नदी कर्नाटक के शिमोगा शहर के पास एक छोटे से शहर कूडली में भद्रा नदी में मिल जाती है। यहीं से नदी का संयुक्त नाम तुंगभद्रा पड़ा है।