भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास परिसंघ (ट्राईफेड) विदेश मंत्रालय के सहयोग से विश्व भर के 100 भारतीय मिशनों और दूतावासों में आत्मनिर्भर भारत कॉर्नर स्थापित करने जा रहा है।
इस कॉर्नर में रखने के लिए जनजातीय उत्पादों की समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करने वाले सूचीपत्र (कैटलॉग) और विवरण पुस्तिकाएं (ब्रोशर) भी मिशनों और दूतावासों के पास भेजे गए हैं।
इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन – ‘आदि महोत्सव’ में बड़ी संख्या में विभिन्न देशों के राजनयिकों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।
“वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियान पर ध्यान देने के साथ ही भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास परिसंघ (ट्राईफेड) विभिन्न मंत्रालयों जैसे संस्कृति मंत्रालय, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी), वाणिज्य मंत्रालय, डाक विभाग, पर्यटन मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है ताकि आदिवासी शिल्पियों और कारीगरों के सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में जनजातीय उत्पादों सहित जीआई टैग उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उन्हें एक ब्रांड में बदला जा सके। इस संदर्भ में ट्राईफेड विदेश मंत्रालय के सहयोग से विश्वभर में स्थापित 100 भारतीय मिशनों और दूतावासों में एक आत्मनिर्भर भारत कॉर्नर स्थापित करने वाला है।