रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 14 नवंबर 2019 को अरूणाचल प्रदेश के तवांग में 11वें मैत्री दिवस समारोह को संबोधित किया। दो दिवसीय सामाजिक-सैन्य सांस्कृति समारोह भारतीय सेना, तवांग नागरिक प्रशासन तथा स्वंयसेवियों द्वारा आयोजित किया गया ।
इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि सरकार पूर्वोत्तर गलियारा बनाने पर विचार कर रही है। रक्षा मंत्री ने कहा कि अरूणाचल गलियारा भारत और दक्षिण एशिया के बीच भूमि सेतु के रूप में काम करेगा। यह गलियारा रोजगार अवसरों का सृजन करेगा और व्यापार तथा पर्यटन को बढ़ावा देगा।
श्री राजनाथ सिंह ने एक्ट ईस्ट नीति के अंतर्गत पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास पर सरकार की प्राथमिकता की चर्चा करते हुए कहा कि भारत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चौतरफा विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि नए भारत का मार्ग नए पूर्वोत्तर से होकर गुजरता है।
सीमा क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार के प्रति सरकार के संकल्प की चर्चा करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा है कि इस दिशा में लिए गए निर्णयों में सेला दर्रा से तवांग तक सुरंग निर्माण, पासीघाट हवाई अड्डे को चालू करना, ईटानगर के निकट होलोंगी हवाई अड्डा स्थापना की मंजूरी और क्षेत्र में तीन रणनीतिक रेल लाइनों की स्थापना के लिए कार्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से स्थानीय लोगों को सभी मौसम में कनेक्टिविटी मिलेगी, सशस्त्र बलों की आवाजाही में मदद मिलेगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पेमा खांडू की पंचवर्षीय सड़क योजना की सराहना की जिसके तहत 2024 तक सभी वर्तमान अंतर-राज्य तथा अंतर-जिले सड़कें राज्य उच्च मार्ग मानकों के अनुरूप उन्नत बनाई जाऐंगी।