राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 29 दिसंबर 2019 को राष्ट्रपति भवन में प्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन को वर्ष 2018 का दादा साहेेब फाल्के सम्मान प्रदान किया। श्री बच्चन स्वास्थ्य खराब होने के कारण राष्ट्रीय फिल्म सम्मान समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे।
दादासाहब फाल्के सम्मान
इस सम्मान की स्थापना भारतीय सिनेमा के पितामह धुंदीराज गोविंद फाल्के के नाम पर वर्ष 1969 में की गई थी। इसी वर्ष श्री बच्चन ने सात हिंदुस्तानी फिल्म के जरिए हिंदी फिल्म उद्योग में पदार्पण किया था।
- भारतीय सिनेमा के जनक धुंदीराज गोविंद फाल्के के सम्मान में उनके बाद राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार को भारतीय सिनेमा का सबसे गौरवपूर्ण तथा प्रतिष्ठित पुरस्कार का नाम दिया गया। यह वह व्यक्ति हैं जिन्होंने पहली भारतीय फीचर फिल्म वर्ष 1913 में राजा हरीशचन्द्र् बनाई है।
- दादासाहेब फाल्के एक प्रसिद्ध नाम है जिन्होंने 19 वर्ष की अवधि में 95 फिल्में तथा 26 लघु फिल्में बनाईं हैं। दादासाहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा के विकास में फिल्मी हस्तियों के योगदान को पहचानने के लिए सरकार द्वारा वर्ष 1969 में शुरू किया गया था ।
- इस पुरस्कार की पहली विजेता देविका रानी थीं।
- दादासाहेब फाल्के पुरस्कार फिल्मी हस्तियों को भारतीय सिनेमा के विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार में एक स्वर्ण कमल, रूपये 10,00,000/- (दस लाख रूपये) का नकद पुरस्कार ,प्रमाणपत्र, सिल्क स्क्रोल तथा एक शॉल दिया जाता है।
- इससे पहले यह सम्मान 2017 में अभिनेता विनोद खन्ना को दिया गया था।