केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर. के. सिंह ने बिजली वितरण में जटिल समस्याओं को हल करने तथा गुणवत्ता एवं विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी संचालित समाधान खोजने के लिए आरडीएसएस के तहत एक हैकथॉन प्रतियोगिता पावरथॉन-2022 का 7 फ़रवरी को वर्चुअल तौर पर शुभारंभ किया।
- साइन, भारत का अग्रणी प्रौद्योगिकी संस्थान – आईआईटी मुंबई के सहयोग से आरईसी लिमिटेड ने आज एक हैकथॉन प्रतियोगिता – पावरथॉन-2022, के शुभारंभ की घोषणा की, जिसमें प्रौद्योगिकी समाधान प्रदाता (TSP), स्टार्ट-अप, शैक्षणिक संस्थान, अनुसंधान संस्थान, उपकरण निर्माता, राज्य बिजली यूटिलिटीज तथा राज्य एवं केंद्रीय बिजली क्षेत्र की अन्य संस्थाओं को बिजली वितरण क्षेत्र में वर्तमान चुनौतियों/समस्याओं के बारे में जानकारी दी जाएगी और जटिल समस्याओं को हल करने के लिए उनके प्रौद्योगिकी संचालित समाधानों में शामिल होने तथा उन्हें प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
- हैकथॉन प्रतिभागियों को नौ (09) विषयों पर एआई/एमएल, ब्लॉकचैन, आईओटी, वीआर/एआर आदि जैसी उभरती उन्नत प्रौद्योगिकियों के आधार पर अभिनव समाधान खोजने के लिए कार्य सौंपेगा, जिन्हें 9 राज्यों में 14 डिस्कॉम के साथ विभिन्न चर्चाओं और परामर्श के बाद चिन्हित गया है और पायलट परीक्षण के लिए 9 व्यापक पहलुओं में वर्गीकृत किया गया है।
- पावरथॉन-2022 को भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा शुरू की गई पुनरोत्थान वितरण क्षेत्र योजना (RDSS) के उद्देश्य के अनुरूप लॉन्च किया जा रहा है।
- RDSS बिजली मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक सुधार-केंद्रित और परिणाम उन्मुखी योजना है और आरडीएसएस के प्रमुख उद्देश्य एटीएंडसी घाटे को 12-15 प्रतिशत तक कम करना, 2024-25 तक एसीओएस-एआरआर अंतर को समाप्त करना तथा बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता एवं विश्वसनीयता में सुधार करके एक सशक्त बिजली क्षेत्र का निर्माण करना, जो एक संपन्न अर्थव्यवस्था के लिए देश में विकास के अवसरों को बढ़ा सकती है।