ओफिओकोर्डिसेप्स सिनेन्सिस फंगस (Ophiocordyceps sinensis fungus), जिसे ‘हिमालयन वियाग्रा’ और उत्तराखंड में ‘कीड़ा जड़ी ‘ के नाम से भी जाना जाता है, को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) की संकटापन्न प्रजातियों की लाल सूची में प्रवेश दिया गया है।
9 जुलाई, 2020 को जारी की गई इस सूची में इस फंगस को वल्नरेबल श्रेणी में शामिल किया गया है।
दुनिया का सबसे महंगा यह फंगस अपनी कामोत्तेजक और कायाकल्प गुणों के लिए जाना जाता है।
यह हिमालयन वियाग्रा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में 20 लाख रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक की दर से बेचा जाता है।
इसे उत्तराखंड में कीड़ा जड़ी (keeda jadi) के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह कैटरपिलर की तरह दिखाई देता है।
यह हिमालय और तिब्बती पठार की स्थानिक/एंडेमिक प्रजाति का पौधा है और चीन, भूटान, नेपाल और भारत में पाया जाता है।
भारत में, यह मुख्य रूप से उत्तराखंड में पिथौरागढ़ और चमोली जैसे जिलों में काफी ऊंचाई पर पाया जाता है।
(Source: Times of India)