वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को अपने बजट भाषण 2022 में घोषणा की कि भारत 2022-23 से डिजिटल मुद्रा लॉन्च करेगा।
- भारतीय रिज़र्व बैंक वर्ष 2023 में सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्रा (Central Bank Digital Currency: CBDC) पेश करेगा। सीबीडीसी एक केंद्रीय बैंक द्वारा डिजिटल रूप में जारी कानूनी मुद्रा है।
- यह फ़िएट मुद्रा (Fiat Currency) के समान है और फ़िएट मुद्रा के साथ एक मुद्रा से दूसरे मुद्रा में विनिमय योग्य है।
- फिएट मनी सरकार द्वारा जारी मुद्रा है जो स्वर्ण जैसी कमोडिटी द्वारा समर्थित नहीं होती है। फिएट मनी केंद्रीय बैंकों को अर्थव्यवस्था पर अधिक नियंत्रण देती है क्योंकि वे इसे नियंत्रित कर सकते हैं कि कितना मुद्रा छापना है। अधिकांश आधुनिक कागजी मुद्राएं, जैसे यू.एस. डॉलर, भारतीय रूपये फिएट मुद्राएं हैं।
विश्व में डिजिटल मुद्रा (CBDC)
- नाइजीरिया की ई-नायरा (eNaira) : नाइजीरिया डिजिटल मुद्रा लॉन्च करने वाला नवीनतम देश है जिसने ई-नायरा लांच किया है। ए-नायरा: नाइजीरिया ने अक्टूबर 2021 में अपनी डिजिटल मुद्रा ई-नायरा लॉन्च की। सेंट्रल बैंक ऑफ नाइजीरिया के गवर्नर के अनुसार, 500 मिलियन eNaira ($1.21 मिलियन) पहले ही मुद्रित (मिंट) किये जा चुके हैं। वर्तमान में केवल बैंक खाताधारक ही नाइजीरिया की बीवीएन बैंक पहचान के साथ साइन अप करके ई-नायरा का उपयोग कर सकते हैं।
- प्रोजेक्ट एबर (Project Aber): संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और सऊदी अरब ने 2019 में प्रोजेक्ट एबर नामक एक द्विपक्षीय CBDC पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया। फरवरी 2021 में, संयुक्त अरब अमीरात चीन, हांगकांग और थाईलैंड के साथ संयुक्त सीबीडीसी सीमा पार परीक्षण में शामिल हुआ।
- प्रोजेक्ट डनबर (Project Dunbar): प्रोजेक्ट डनबर (Project Dunbar) – सीमा पार डिजिटल भुगतान परीक्षणों के लिए दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक साझेदारी है।