आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने रबी विपणन सत्र 2022-23 के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को मंजूरी दी है।
- मसूर, रेपसीड और सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 400 रुपये प्रति क्विंटल, चना पर 130 रुपये और कुसुम पर 114 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
- गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपये बढ़ाकर 2 हजार 15 रुपये प्रति क्विंटल और जौं का 35 रुपये बढ़ाकर 1 हजार 635 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
- इस निर्णय से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित होगा।
- यह बढ़ोतरी केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है, जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य को, अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1 दशमलव 5 गुना तय करने की घोषणा की गई थी।
विपणन मौसम 2022-23 के लिए सभी रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (रुपये/क्विंटल में)
फसल | आरएमएस 2021-22 के लिए एमएसपी | आरएमएस 2022-23 के लिए एमएसपी | उत्पादन लागत* 2022–23 | एमएसपी में बढ़ोतरी (संपूर्ण) | लागत पर लाभ (प्रतिशत में) |
गेहूं | 1975 | 2015 | 1008 | 40 | 100 |
जौ | 1600 | 1635 | 1019 | 35 | 60 |
चना | 5100 | 5230 | 3004 | 130 | 74 |
दाल (मसूर) | 5100 | 5500 | 3079 | 400 | 79 |
कैनोला और सरसों | 4650 | 5050 | 2523 | 400 | 100 |
कुसुम के फूल | 5327 | 5441 | 3627 | 114 | 50 |