आकांक्षी जिला (Aspirational Districts) कार्यक्रम के तहत किए गए ठोस प्रयासों से, कम मानव विकास संकेतकों और बुनियादी सुविधाओं वाले दूरदराज के स्थानों में इन 117 जिलों ने तेजी से विकास का अनुभव किया है।
- 15 अगस्त, 2019 को जब जल जीवन मिशन की घोषणा की गई थी तो एडीपी के तहत इन जिलों में केवल 24.58 लाख (7 प्रतिशत) घरों में नल के पानी की आपूर्ति थी। अब इन जिलों में 84 लाख अतिरिक्त घरों में नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं और इस तरह अब 31.37 फीसदी घरों में नल के पानी की आपूर्ति का आश्वासन दिया गया है।
- 2019 में जल जीवन मिशन की शुरुआत में, देश के कुल 19.20 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) के पास ही नल के पानी की आपूर्ति पहुंच रही थी। पिछले 22 महीनों के दौरान जल जीवन मिशन को तेजी से लागू किया गया है और 4.36 करोड़ परिवारों को पाइप कनेक्शन प्रदान किगया है।
- कवरेज में लगभग 23 प्रतिशत की वृद्धि के साथ, वर्तमान में देश भर में 7.59 करोड़ (39.58 प्रतिशत) ग्रामीण घरों में नल के पानी की आपूर्ति है।
- गोवा, तेलंगाना, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और पुडुचेरी ने ग्रामीण क्षेत्रों में शत प्रतिशत घरेलू पानी कनेक्शन का लक्ष्य हासिल कर लिया है। यह राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ‘हर घर जल’ बन गए हैं।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम
- आकांक्षी जिला कार्यक्रम को जनवरी 2018 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया था। उन 117 जिलों में रहने वाले नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए सरकार के प्रयास के एक भाग के रूप में इसकी शुरुआत हुई जहां ये विभिन्न मानव विकास सूचकांक मानकों में पिछड़ रहे थे।
जल जीवन मिशन
- लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। साल 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल का पानी कनेक्शन प्रदान करने के लक्ष्य से इस योजना को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ साझेदारी में कार्यान्वित किया जा रहा है।