मोहनकृष्ण बोहरा को हिंदी पुस्तक आलोचना की के लिए 2020 का 30 वां बिहारी पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है।
- उन्हें ‘तस्लीमा: संघर्ष और साहित्य’ पुस्तक के लिए बिहारी पुरस्कार दिया गया है जो वर्ष 2016 में प्रकाशित की गयी थी।
- यह पुरस्कार 1991 में के.के. बिड़ला फाउंडेशन द्वारा स्थापित तीन साहित्यिक पुरस्कारों में से एक है।
- बिहारी पुरस्कार के तहत दो लाख 50 हजार रुपये की पुरस्कार राशि, एक प्रशस्ति पत्र और एक पट्टिका प्रदान की जाती है।
- प्रसिद्ध रीतिकाल हिंदी कवि बिहारी के नाम पर रखा गया यह पुरस्कार, हर साल राजस्थानी लेखक द्वारा पिछले 10 वर्षों में प्रकाशित हिंदी या राजस्थानी में उत्कृष्ट सृजन के लिए पुरस्कार दिया जाता है।