मिग-27-जिसने करगिल युद्ध के दौरान 1999 में मुख्य भूमिका निभाया, 27 दिसंबर को 2019 अंतिम बार उड़ान भरा ।
इन लड़ाकू विमानों ने तीन दशक से अधिक समय तक भारतीय वायुसेना की सेवा की। कई दशकों से वायुसेना के लिए ये विमान हवाई हमलों की रीढ़ रहे हैं।
वायुसेना, जोधपुर वायुसैनिक अड्डे से सात विमानों की स्वाड्रन को अंतिम विदाई दी गयी ।
मिग-27 के इस अंतिम और उन्नत बेड़े पर वायुसेना की लड़ाकू टुकड़ी को 2006 से ही गर्व रहा है। मिग-23-बी-एन, मिग-23-एम-एफ और प्योर मिग-27 जैसे लड़ाकू विमान पहले ही सेवा से बाहर हो चुके हैं।
29वीं स्कावाड्रन वायुसेना की एकमात्र इकाई है, जो उन्नत मिग-27 उड़ा रही है। मिग-27 के इस उन्नत वर्जन ने अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय में भाग लिया।