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केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 21 जुलाई 2020 को नई दिल्ली में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती के लिए उन्हें मनो-सामाजिक सहायता प्रदान करने हेतु मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ‘मनोदर्पण’ पहल शुरू की।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने‘ मनोदर्पण’ पहल के हिस्से के रूप में एक राष्ट्रीय टोल-फ्री हेल्पलाइन (8448440632), मंत्रालय के पोर्टल पर ‘मनोदर्पण’ का एक विशेष वेब पेज और ‘मनोदर्पण’ एक पुस्तिका का भी उद्घाटन किया
मनोदर्पण पहल में निम्नलिखित घटक शामिल हैं:
परिवारों के साथ छात्रों,शिक्षकों और स्कूल प्रणालियों तथा विश्वविद्यालयों की फैकल्टी के लिए एडवाइजरी दिशा-निर्देश।
एमएचआरडी की वेबसाइट पर वेब पेज, जिसमें सलाहकार,व्यावहारिक सुझाव,पोस्टर,वीडियो, मनोसामाजिक मदद के लिए क्या करें क्या न करें की सूची, एफएक्यू और ऑनलाइन सवाल-जवाब प्रणाली मौजूद है।
स्कूल और विश्वविद्यालय स्तर पर राष्ट्रीय स्तर के डेटाबेस और परामर्शदाताओं की निर्देशिका जिनकी सेवाएं राष्ट्रीय हेल्पलाइन पर टेली काउंसलिंग सेवा के लिए स्वेच्छा से ली जा सकती हैं।
देश भर के स्कूलों,विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्रों के लिए एमएचआरडी द्वारा राष्ट्रीय टोल-फ्री हेल्पलाइन। इस अनूठी हेल्पलाइन को अनुभवी परामर्शदाताओं / मनोवैज्ञानिकों और अन्य मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों द्वारा संचालित किया जाएगा और यह कोविड-19 के खत्म होने के बाद भी जारी रहेगा
मनोसामाजिक मदद के लिए पुस्तिका: छात्रों के समृद्ध जीवन कौशल और तंदुरूस्ती के लिए यह ऑनलाइन प्रकाशित किया जाएगा। पुस्तिका में एफएक्यू, तथ्य और कल्पित कथाओं सहित कोविड-19 महामारी और उसके बाद छात्रों के भावनात्मक और व्यवहार संबंधी चिंताओं (छोटे बच्चों से लेकर कॉलेज के युवाओं तक) को ठीक करने के तरीके और साधन शामिल होंगे।
मनोवैज्ञानिक और अन्य मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से संपर्क करने,परामर्श लेने और मार्गदर्शन पाने के लिए संवादात्मक ऑनलाइन चैट प्लेटफ़ॉर्म होगा जो छात्रों,शिक्षकों और उनके परिवारों के लिए कोविड-19 के दौरान और उसके बाद भी उपलब्ध होगा।
Source: PIB