केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने 29 दिसंबर, 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लेह (लद्दाख) स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र का उद्घाटन किया।
- 3500 मीटर की ऊँचाई पर स्थित लेह का यह मौसम विज्ञान केन्द्र, भारत के सबसे ऊँचाई पर स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र ( highest meteorological centre in India) है।
- ये केन्द्र नुब्रा, चांगथांग, पैंगोंग झील, झंस्कार, करगिल, द्रास, धा-बैमा (आर्यन घाटी), खलसी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के मौसम के पूर्वानुमान की सुविधा प्रदान करेगा
- लद्दाख क्षेत्र में ऊंचे ढलान वाले पहाड़ हैं। यहां कोई वनस्पति नहीं है। ढीली मिट्टी तथा मलबा इस क्षेत्र को बादल फटने (2010 में यहां बादल फटा था), बाढ़, हिमस्खलन और ग्लेशियर पिघलने से नदी एवं झीलों में अनियंत्रित पानी आ जाना जैसे विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक खतरों के लिहाज़ से काफी असुरक्षित और ख़तरनाक बनाते हैं।
- भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले को नुकसान को रोकने के लिए सरकार को वर्ष 2020 में लेह में एक मौसम विज्ञान केन्द्र स्थापित करने की ज़रूरत महसूस हुई।
इस केन्द्र की स्थापना लद्दाख क्षेत्र में मौसम संबंधी कोई भी सूचना अथवा चेतावनी को समय से पूर्व लोगों तक पहुंचाने की प्रणाली को मज़बूत करने के उद्देश्य से की गई।