भारत की चावल निर्यात क्षमता को बढ़ावा देने के लिए, विशेष रूप से पूर्वी क्षेत्र से, 3 मई को ओडिशा के पारादीप इंटरनेशनल कार्गो टर्मिनल (पीआईसीटी) से वियतनाम के लिए एक खेप को आधिकारिक रूप से 4 मई को रवाना किया गया।
- पारादीप बंदरगाह के इतिहास में यह पहली बार है जब गैर-बासमती चावल का निर्यात किया जा रहा है। सरला फूड्स ग्रुप द्वारा को पीआईसीटी से वियतनाम के लिए चावल के 20 कंटेनरों को भेजा गयाऔर उसके बाद अगले तीन महीनों में लगभग 500 कंटेनरों को भेजा जाएगा।
- कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) के सदस्य निर्यातक, सरला फूड की एक खेप को हाई फोंग बंदरगाह, वियतनाम भेजी गयी।
- अप्रैल-फरवरी,वर्ष 2020-21 की अवधि में गैर-बासमती चावल की शिपमेंट में प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। गैर-बासमती चावल का निर्यात अप्रैल-फरवरी, 2020 की अवधि के दौरान 13,030 करोड़ रुपये (1,835 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के मुकाबले अप्रैल-फरवरी, 2021 की अवधि में 30,277 करोड़ रुपये (4,086 मिलियन अमेरिकी डॉलर) हुआ।
- गैर-बासमती के निर्यात में रुपये के हिसाब से 132 प्रतिशत और डॉलर के हिसाब से 122 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। भारत से गैर-बासमती चावल का निर्यात अफ्रीकी और एशियाई देशों को भारत के विभिन्न बंदरगाहों जैसे काकीनाडा, विशाखापत्तनम, चेन्नई, मुंद्रा और कृष्णपट्टनम से किया जाता है।