पर्यटन मंत्रालय ने 12 दिसम्बर, 2020 को ‘देखो अपना देश’ श्रृंखला के अंतर्गत “बर्डिंग इन इंडिया” (Birding in India) शीर्षक से एक वेबिनार का आयोजन किया है।
- इस वेबिनार का उद्देश्य भारत में पक्षी और पक्षियों से जुड़े अवसरों पर ध्यान केंद्रित करना है। भारत की जैव विविधता दुनिया में सबसे समृद्ध है।
- भारत हिमालय, रेगिस्तान, तट, वर्षावन और उष्णकटिबंधीय द्वीपों सेलेकर लगभग सभी प्रकार के पारिस्थितिकी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है और यह 1300 से अधिक विदेशी पक्षी प्रजातियों के साथ-साथ भारत में ही मिलने वाली कुछ विशेष प्रजातियों जैसे इंडियन रोलर, हॉर्नबिल्स, सॉर्स क्रेन, ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, वुडपैकर्स, किंगफिशर के अलावा कई अन्य मनमोहक पक्षियों का पर्यावास है।
- देखो अपना देश वेबिनार श्रृंखला ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के तहत भारत की समृद्ध विविधता को दर्शाने का एक प्रयास है और यह वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से निरंतर‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना का प्रसार कर रहा है।
- आर्कटिक से अंटार्कटिका तक विभिन्न प्रकार की जलवायु परिस्थितियों, विभिन्न जैव विविधताओं और पर्यावासों में पक्षी हर जगह पाए जाते हैं। बर्डिंग न सिर्फ हमारी संवेदनाओं को और भावपूर्ण बनाती है अपितु यह हमें प्रकृति के करीब भी लाती है।
- दुनिया भर में लगभग 11,000 पक्षी प्रजातियां हैं और इनमें से 1300 से अधिक प्रजातियां भारत में पाई जाती हैं।
- बर्डिंग पर्यटन दुनिया भर में एक बिलियन डॉलर का उद्योग है।
- बर्डिंग उद्देश्य के साथ हर वर्ष लाखों अंतर्राष्ट्रीय यात्राएं की जाती हैं और भारत में ट्रांस हिमालय से लेकर रेगिस्तान, पश्चिमी घाट, डेक्कन प्रायद्वीप, गंगा के मैदान, उत्तर-पूर्व क्षेत्र और द्वीपों के विभिन्न क्षेत्रों में जैव विविधता की व्यापक क्षमता है।
- भारत में स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप, उभयचर और तितलियों की अनुमानित 91,000 प्रजातियां है।