स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (Stockholm International Peace Research Institute: SIPRI) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 में दुनिया का सैन्य व्यय1,981 अरब डॉलर रहा जो वर्ष 2019 के मुकाबले 2.6 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट की प्रमुख विशेषताएं
- दुनिया के सैन्य खर्च में 2.6 फीसदी की ये बढ़त उस वर्ष हुई है जब कोविड-19 महामारी की वजह से वैश्विक जीडीपी में 4.4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
- वर्ष 2020 में पूरी दुनिया में सेना पर होने वाला व्यय 1,981 अरब डॉलर रहा है जो 1988 के बाद सबसे ज्यादा है।
- वर्ष 2020 में पूरी दुनिया में होने वाले सैन्य व्यय में भारत की हिस्सेदारी 3.7 फीसदी है जो अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है।
- अमेरिका, चीन, भारत, रूस और यूनाइटेड किंगडम वर्ष 2020 के सर्वोच्च सैन्य व्यय वाले देश हैं। दुनिया के कुल सैन्य व्यय में इन देशों की भागीदारी 62 फीसदी है।
- वर्ष 2020 में भारत का सैन्य खर्च 2019 की तुलना में 2 फीसदी अधिक रहा। वर्ष 2020 में भारत का सैन्य खर्च 72.9 अरब डॉलर रहा।
- वैसे अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा सैन्य व्यय वाला देश बना हुआ है। वर्ष 2020 के दुनिया भर के सैन्य खर्च में अकेले अमेरिका की हिस्सेदारी 39 फीसदी है। वर्ष 2020 में अमेरिका का सैन्य व्यय 778 अरब डॉलर के अनुमान पर पहुंच गया है जो 2019 की तुलना में 4.4 फीसदी ज्यादा है।
- सैन्य व्यय के मामले में चीन 2020 में दूसरे स्थान पर रहा है। वर्ष 2020 में इसका सैन्य व्यय 252 अरब डॉलर रहा है।