तिरुमाला के भगवान वेंकटेश्वर के प्राचीन मंदिर के व्यवस्थापक तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने रामनवमी के शुभ अवसर पर अंजनाद्रि को भगवान हनुमान की जन्मस्थली घोषित किया है।
- उल्लेखनीय है कि अंजनाद्रि पर्वत तिरुमाला से 5 किलोमीटर दूर उत्तर में पर्वत के शिखर पर जपाली तीर्थम में स्थित है। इस इस पर तेलुगु भाषा की पुस्तक ‘श्री अंजनेयस्वामी वारी जन्मस्थलम तिरुमालालोनी अंजनाद्रि’ भी प्रकाशित किया गया।
- तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अनुसार नेशनल संस्कृत यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर मुरलीधर शर्मा के नेतृत्व में टीटीडी ने समिति का गठन किया था। इस समिति ने घोषणा की है कि अंजनि पुत्र भगवान हनुमान का जन्म अंजनाद्रि में ही हुआ था।
- यह स्थान दक्षिण भारत में श्री अंजनेया स्वामी के नाम से भी विख्यात है।
- ऐसा कहा गया है कि हनुमान, जिन्हें हिन्दू मिथक में अंजनी देवी का पुत्र माना जाता हैं, तिरुमाला की सात पर्वतमालाओं में से एक पर तप किया था। इसीलिए इस पर्वत का नाम अंजनाद्रि पड़ गया है।