आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने एथनॉल मिश्रित पेट्रोल (Ethanol Blended Petrol Programm) कार्यक्रम के तहत गन्ना आधारित प्राकृतिक सामग्री से उत्पन्न होने वाले एथनॉल की उच्च कीमतों को तय करने के अलावा विभिन्न निर्णय लिए हैं। यह 1 दिसम्बर, 2020 से 30 नवम्बर, 2021 की एथनॉल आपूर्ति वर्ष के चीनी सीजन 2020-21 के लिए है:
- सी श्रेणी के भारी शीरे से उत्पन्न एथनॉल की कीमतें 43.75 रुपये से बढ़ाकर 45.69 रुपये प्रति लीटर तय की गई है।
- बी श्रेणी के भारी शीरे से उत्पन्न एथनॉल की कीमतें 54.27 रुपये से बढ़ाकर 57.61 रुपये प्रति लीटर तय की गई है।
- गन्ने के रस/चीनी/चाशनी से उत्पन्न होने वाले एथनॉल की कीमतें 59.48 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 62.65 रुपये प्रति लीटर की गई है।
एथनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम
- सरकार ईबीपी कार्यक्रम का क्रियान्वयन कर रही है जहां तेल विपणन कंपनियां पेट्रोल में 10 प्रतिशत तक एथनॉल मिलाकर बेचती हैं।
- इस कार्यक्रम को 1 अप्रैल 2019 से अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप के अलावा पूरे भारत में विस्तारित किया गया है और इसका उद्देश्य वैकल्पिक एवं पर्यावरण ईंधनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है।
- सरकार ने 2014 से ही एथनॉल की प्रशासित कीमतों की अधिसूचना जारी की है और 2018 में पहली बार विभिन्न प्रकार की कच्ची सामग्री पर आधारित एथनॉल की विभिन्न कीमतों की सरकार ने घोषणा की थी और सरकार के इन फैसलों से एथनॉल की आपूर्ति में काफी सुधार आया है।
- इसी के चलते सरकारी क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने एथनॉल आपूर्ति वर्ष 2013-14 में 38 करोड़ लीटर एथनॉल की खरीद की थी जो एथनॉल आपूर्ति वर्ष 2019-20 में बढ़कर 195 करोड़ लीटर हो गई है।
- देश में चीनी उत्पादन को सीमित करने और एथनॉल के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं जिनमें बी श्रेणी के भारी शीरे में बदलाव किया गया है और गन्ने के रस, चीनी और चाशनी (B heavy molasses, sugarcane juice, sugar and sugar syrup) से एथनॉल उत्पादन की अनुमति है।
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