विश्व आर्द्रभूमि दिवस (2 फरवरी ) के अवसर पर और भारत की आर्द्रभूमियों के संरक्षण, बहाली और प्रबंधन की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता के क्रम में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो ने मंत्रालय के तहत आने वाले संस्थान राष्ट्रीय सतत तटीय प्रबंधन केन्द्र (एनसीएससीएम), चेन्नई के भाग के रूप में आर्द्रभूमि संरक्षण एवं प्रबंधन केन्द्र ( Centre for Wetland Conservation and Management: CWCM)) की स्थापना की घोषणा की है।
- इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से एनसीएससीएम, राज्य आर्द्रभूमि प्राधिकरणों और आर्द्रभूमि विभाग के ज्ञान भागीदारों ने भाग लिया था।
- भारत में लगभग 4.6 प्रतिशत जमीन आर्द्रभूमि है, जिनका क्षेत्रफल 1.526 करोड़ हेक्टेयर है और 42 स्थान अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमियों (रामसर साइट्स) के रूप में नामित हैं, जिनका क्षेत्रफल 10.8 लाख हेक्टेयर है।
- वर्ष 2021 को 2 फरवरी, 1971 को रामसर में रामसर समझौते पर हस्ताक्षर की 50वीं वर्षगांठ के रूप में मनाया जा रहा है, इसी दिन विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है।