अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प को महाभियोग के सभी आरोपों से बरी कर दिया गया ।
अमेरिकी सीनेट ने 6 फ़रवरी 2020 को राष्ट्रपति ट्रम्प को सत्ता के दुरुपयोग और संसद की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने के महाभियोग के दो आरोपों से दोषमुक्त कर दिया है।
आरोप: सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है और ट्रम्प को सत्ता के दुरुपयोग के आरोप से 48 के मुकाबले 52 मतों से बरी किया गया। जबकि संसद की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने के मुद्दे पर उन्हें 47 के मुकाबले 53 मतों से दोषमुक्त किया गया।
डेमोक्रेटिक पार्टी को राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग के लिये सौ सदस्यों के सदन में 67 मतों की आवश्यकता थी (दो-तिहाई मतों की ज़रूरत)। सदन में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के 53 सदस्य हैं जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी के 47 सदस्य हैं।
डोनाल्ड ट्रंप की प्रखर आलोचक और रिपब्लिकन सीनेटर मिट रोमनी ने राष्ट्रपति के खिलाफ पहले आरोप के समर्थन में वोट दिया जबकि दूसरे आरोप को लेकर वे पार्टी के साथ रहे। बाकी सदस्यों ने पार्टी लाइन पर मतदान किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर अमेरिकी संसद के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में हुए मतदान में बहुमत मिला था। 19 दिसंबर 2020 को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में महाभियोग प्रस्ताव पास हो गया था। ट्रंप पर सत्ता के दुरुपयोग और विधि निर्माताओं को जांच करने से रोकने के आरोप लगाए गए थे। प्रतिनिधि सभा की न्यायिक समिति ने घंटों तक बहस के बाद ट्रंप के खिलाफ दो आरोपों को मंजूरी दी थी।